Sunday, 8 September 2024
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होलिका दहन 2024: होलिका दहन पर अपने प्रियजनों के साथ हार्दिक शुभकामनाएं के लिए Free Photos Share करें

होली की तैयारियां शुरू हो गई हैं। इस बार होलिका दहन का पर्व 24 मार्च को और धुलेंडी पर्व 25 मार्च को मनाया जाएगा। होलिका दहन के दिन इस बार भद्रा रहेगी। भद्रा की स्थिति सुबह से रात्रि तक लगभग 11 घंटे रहेगी। ऐसे में भद्रा समाप्ति पर रात्रि 10:30 बजे के बाद होलिका दहन होगा। होली के एक सप्ताह पूर्व होलाष्टक की शुरुआत होती है। इस बार होलाष्टक 17 मार्च से शुरू होंगे। इसके बाद 24 मार्च से पांच दिवसीय रंगोत्सव की शुरुआत हो जाएगी। 25 मार्च को धुलेंडी पर्व मनाया जाएगा।

होलाष्टक का सही अर्थ क्या होता हैं ?

होलाष्टक होली से 8 दिन पहले शुरू हो जाता है. बता दें कि होलाष्टक शब्द होली और अष्टक दो शब्दों से मिलकर बना है. जिसका अर्थ है होली के आठ दिन. यानि होली के त्योहार में केवल 8 दिन बाकी रह जाते हैं और इस दौरान होलिका दहन की तैयारियां शुरू हो जाती हैं.

होलाष्टक को क्यों अच्छे कार्य नहीं किये जाते हैं ?

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार होलाष्टक में 8 ग्रह उग्रावस्था में रहते हैं. इस दौरान मांगलिक कार्य करना या किसी नए काम की शुरुआत करने से वह पूर्ण नहीं होता. तमाम तरह की रुकावटें आती हैं. इन ग्रहों के निर्बल होने से मनुष्य की निर्णय क्षमता क्षीण हो जाती है. इस कारण मनुष्य अपने स्वभाव के विपरीत फैसले कर लेता है.

इस कारण से भी होलाष्टक के 8 दिनों में किसी भी प्रकार की कोई मंगलकारी योजनाएं नहीं की जाती हैं। हालांकि इन 8 दिनों में यह अवश्य बोला जाता है कि जितना हो सके उतना भजन पूजा-पाठ करना चाहिए। मान्यता है कि होलाष्टक में किया गया भजन, पूजा-पाठ (पूजा-पाठ से जुड़ी 8 जरूरी बातें), हवन-अनुष्ठान आदि बहुत फलदायी होता है।

हमारी तरफ से होलिका दहन की शुभकामनाएं









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