Sunday, 8 September 2024
Trending
देश दुनिया

इस राज्य में होती है भारत की सबसे ज्यादा बारिश, कई दिनों तक थमने का नाम नहीं लेती

भारत का उत्तर-पूर्वी क्षेत्र अपने हरे-भरे परिदृश्य और प्राकृतिक सुंदरता के लिए प्रसिद्ध है। इस क्षेत्र में स्थित मेघालय राज्य को ‘बादलों का घर’ भी कहा जाता है। मेघालय में स्थित चेरापूंजी और मासिनराम को दुनिया के सबसे अधिक वर्षा वाले स्थानों में गिना जाता है। यहां की बारिश कई दिनों तक थमने का नाम नहीं लेती और यह क्षेत्र भारत का सबसे ज्यादा बारिश वाला क्षेत्र है। आइए, जानते हैं इस अनोखी जगह के बारे में विस्तार से।

मेघालय: बादलों का घर

मेघालय का शाब्दिक अर्थ है ‘बादलों का घर’। यह राज्य अपने हरे-भरे पहाड़ों, गहरी घाटियों और अविश्वसनीय झरनों के लिए प्रसिद्ध है। यहां की सबसे अनोखी विशेषता है इसकी भारी बारिश। मेघालय में साल भर में इतनी बारिश होती है कि इसे भारत का सबसे बारिश वाला राज्य कहा जाता है।

चेरापूंजी और मासिनराम

मेघालय के दो स्थान, चेरापूंजी और मासिनराम, विशेष रूप से अपनी भारी बारिश के लिए जाने जाते हैं। मासिनराम ने चेरापूंजी को पीछे छोड़कर दुनिया का सबसे ज्यादा बारिश वाला स्थान बनने का गौरव प्राप्त किया है।

चेरापूंजी : चेरापूंजी, जिसे सोहरा के नाम से भी जाना जाता है, एक समय पर सबसे ज्यादा बारिश वाला स्थान माना जाता था। यहां की औसत वार्षिक वर्षा 11,777 मिमी है। चेरापूंजी में होने वाली बारिश न केवल भारी होती है, बल्कि लंबे समय तक भी चलती है।

मासिनराम: मासिनराम ने चेरापूंजी को पीछे छोड़कर सबसे ज्यादा बारिश वाला स्थान बन गया है। यहां की औसत वार्षिक वर्षा 11,871 मिमी है। मासिनराम में बारिश के दौरान बादल पहाड़ों से टकराते हैं, जिससे भारी बारिश होती है।

भारी बारिश के कारण

मेघालय में भारी बारिश का मुख्य कारण है इसके भौगोलिक और जलवायु परिस्थितियां। मेघालय के पहाड़ी क्षेत्र में मानसून की हवाएं आकर टकराती हैं, जिससे भारी बारिश होती है। पहाड़ों की उपस्थिति और हवा की दिशा का बदलना इस भारी बारिश में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

पर्यावरणीय प्रभाव

मेघालय की भारी बारिश का यहां के पर्यावरण पर गहरा प्रभाव पड़ता है। यहां की भूमि बेहद उपजाऊ है और यह क्षेत्र घने जंगलों और हरे-भरे परिदृश्य से भरा हुआ है। हालांकि, अत्यधिक बारिश के कारण यहां बाढ़ और भू-स्खलन जैसी समस्याएं भी होती हैं, जिससे स्थानीय निवासियों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है।

पर्यटन

भारी बारिश और अद्भुत प्राकृतिक सुंदरता के कारण मेघालय एक प्रमुख पर्यटन स्थल बन गया है। चेरापूंजी और मासिनराम में पर्यटक भारी बारिश का अनुभव करने और प्राकृतिक सौंदर्य का आनंद लेने के लिए आते हैं। यहां के झरने, गुफाएं और जीवित जड़ों के पुल भी पर्यटकों को आकर्षित करते हैं।

निष्कर्ष

मेघालय का चेरापूंजी और मासिनराम अपनी भारी बारिश और अद्वितीय प्राकृतिक सुंदरता के लिए विश्व प्रसिद्ध हैं। इस राज्य की बारिश न केवल इसे विशेष बनाती है, बल्कि यहां की संस्कृति, पर्यावरण और अर्थव्यवस्था पर भी गहरा प्रभाव डालती है। यदि आप भी कभी इस अद्वितीय प्राकृतिक सौंदर्य का अनुभव करना चाहते हैं, तो मेघालय की यात्रा अवश्य करें। यहां की बारिश और प्राकृतिक सौंदर्य आपका मन मोह लेगी।

Become a Trendsetter With DailyLiveKhabar

Newsletter

Streamline your news consumption with Dailylivekhabar's Daily Digest, your go-to source for the latest updates.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *