ठंड के कारण नसों की सिकुड़न बढ़ जाती है। यह मौसम दिल के मरीजों के लिए काफी खतरनाक साबित हो सकता है और हार्ट अटैक आ सकता है। इससे बचने के लिए आपको 25 डिग्री तापमान से कम होने पर बचाव के लिए कदम उठाने चाहिए। ठंड में दिल को कैसे हेल्दी रखें, इस बारे में डॉक्टर ने बताया है।
दिल के मरीजों के लिए खतरनाक है ज्यादा ठंड
ठंड ने दस्तक दे दी है। सुबह-शाम की ठंड के साथ जुकाम-खांसी के मामले बढ़ रहे हैं। जैसे-जैसे ठंड बढ़ेगी, वैसे ही दिल के मरीजों के लिए भी खतरा बढ़ता जाएगा। लेकिन क्या आप जानते हैं कि आखिर कितने तापमान के बाद हार्ट पेशेंट्स को सावधान हो जाना चाहिए। इस बारे में डॉक्टर बिमल छाजेड़ ने एनबीटी को जानकारी दी है। आप पूरा इंटरव्यू यहां क्लिक कर देख सकते हैं। लेकिन पहले जान लेते हैं कि ज्यादा ठंड हार्ट पेशेंट के लिए क्यों खतरनाक है।
ठंड में हार्ट अटैक का खतरा ज्यादा
ब्रिटिश हार्ट फाउंडेशन कहता है कि ठंडा मौसम हार्ट और सर्कुलेटरी प्रॉब्लम्स का खतरा बढ़ा देता है। जिसकी वजह से हार्ट अटैक और स्ट्रोक के मामले ज्यादा देखने को मिल सकते हैं। इसके पीछे एक बड़ी वजह नसों का सिकुड़ना है।
हार्ट पेशेंट्स के लिए बेस्ट टेंप्रेचर
डॉ. बिमल छाजेड़ ने इंटरव्यू में बताया कि मेडिकल साइंस के अनुसार 25 से 27 डिग्री सेल्सियस के बीच का तापमान एक नॉर्मल या हार्ट पेशेंट के लिए तापमान है। टेंप्रेचर में इससे कमी आने पर थोड़ा ठंडापन आने लगता है। इससे ज्यादा होने लगे तो गर्मी होने लगती है।
ठंड में क्यों बढ़ता है खतरा?
डॉ. ने बताया कि ठंड बढ़ने पर आउटडोर एक्टिविटी और बाहर निकलकर लोगों से मिलना कम हो जाता है। इसकी वजह से फिजिकल और मेंटल हेल्थ बिगड़ सकती है। साथ ही ठंड में अक्सर खुराक बढ़ने से वेट गेन, हाई बीपी, हाई शुगर की समस्या भी हो सकती है। इन सभी चीजों की वजह से हार्ट पेशेंट के लिए हार्ट अटैक का खतरा बढ़ने लगता है।
नसों को सिकुड़न से कैसे बचाएं?
डॉक्टर ने बताया कि ठंड के साइड इफेक्ट को कम करने के लिए हार्ट पेशेंट्स कुछ कदम उठा सकते हैं। इसके लिए उनको धूप होने पर वॉक करनी चाहिए। वॉक को खाली पेट करना चाहिए। खाने में सलाद वगैराह बढ़ा दें और फैट कम करें। इनडोर एक्टिविटी या योग बढ़ाएं। इन चीजों का ध्यान रखने से ब्लड सर्कुलेशन बढ़ेगा और नसों में सिकुड़न का खतरा कम हो जाएगा।
कब इस्तेमाल करें हीटर?
डॉक्टर ने हर वक्त हीटर में रहना शरीर के लिए नुकसानदायक बताया है। लेकिन अगर ठंड ज्यादा है या तापमान में काफी गिरावट हो रखी है तो कोशिश करनी चाहिए कि आसपास के तापमान को 20 डिग्री सेंटीग्रेट के करीब रखें।