भारत में भारत में कई सारे स्ट्रीट फूड मशहूर है- कचौड़ी। यह उत्तराखंड से लेकर के तमिलनाडु तक हर कोने में पसंद की जाती है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि इस लोकप्रिय व्यंजन की शुरुआत कैसे हुई?
भारत को उसकी भिन्नताओं के लिए विश्व भर में माना जाता है। यहां की सांस्कृतिक धरोहर और परंपराओं का चमकता हुआ आकर्षण लोगों को अपनी ओर खींचता है। यहां हर राज्य की अपनी भाषा, वेशभूषा और जीवनशैली है। इसके अलावा, भारत का खानपीन भी विश्वस्तरीय पहचान प्राप्त है। यहां के व्यंजनों की खास विशेषता है, जो विश्व भर में पसंद किए जाते हैं। इस देश की विविधता उसके खानपीन में भी दिखाई देती है।
सामग्री
- 1 कप मेंदो
- 1/4 कप रवा
- 2 चुटकी बेकिंग सोडा
- 1 कप तेल
- कचौरी भरने के लिए: 2 उबले आलू
- 15-16 पापड़ी
- 5-6 बेसन के पकौड़े
- 1 कप ताजा दही
- 1/2 कप सेव भुजिया
- 1/2 कप अनार के दाने
- 1/2 कप उबले चने
- 1/2 कप मीठी चटनी
- 1/2 कप हरी चटनी
- 2 चम्मच भुना जीरा
- 1 चम्मच चंदन
- नमक स्वादानुसार
विधि
1.सबसे पहले आटा, रवा और बेकिंग सोडा को एक साथ मिला लें और फिर इसे पानी में डालकर अच्छे से गूंद लें।
2.जिससे यह एकदम नरम हो जाएगा, अब एक पैन में तेल गर्म करें, तेल गर्म होने पर आटे की 15-16 कलछी बेल लें।
3.लोई को गीले कपड़े से ढक दीजिए ताकि यह सूखे नहीं।
4.फिर आटे की छोटी-छोटी लोइयां बनाकर गरम तेल में मध्यम आंच पर डीप फ्राई कर लीजिए ताकि ये अच्छी तरह फूल जाएं और कचौरी बन जाएं कचौरी के बीच में भरावन डाल सकते हैं।
5.लेकिन ऐसा करते समय ध्यान रखें कि कचौरी टूट सकती है, अब कचौरी में भुजिया बचाकर रखें।
6.4-5 छोटे टुकड़े उबले आलू, 2 चम्मच उबले चने, छोटा चम्मच भुना जीरा, लाल मिर्च पाउडर, केसर, सादा नमक, दही गुली की चटनी, हरी चटनी, सेव और अनार के दाने डालें, स्वादिष्ट राजवाड़ी कचौरी तैयार है।