Cryptocurrency Bitcoin की मजबूती को देखते हुए कई निवेशकों का ध्यान इस दिशा में आकर्षित हो रहा है। हाल ही में बिटकॉइन ने नए रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचकर आश्चर्यजनक धारणा बना ली है। इस सप्ताह, एक बिटकॉइन की मूल्य 69202 डॉलर (लगभग 57.4 लाख रुपये) के पार पहुंच गई है। इस दौरान, कई निवेशक इसमें निवेश की सोच रहे हैं। हालांकि, इस निवेश की संभावनाएँ हो सकती हैं, लेकिन इसके साथ कुछ खतरे भी हैं। चलो, हम देखते हैं कि आपको इसमें निवेश करने से क्यों बचना चाहिए।
बहुत से लोग अब Bitcoin में निवेश करके शेयर मार्केट ट्रेडिंग की तरह काम करते हैं। यह एक क्रिप्टो करेंसी है जो दुनिया भर में धीरे-धीरे प्रसिद्ध हो रही है। हाल के दिनों में इसमें तेजी देखने को मिल रही है और लोग इसमें निवेश करने की ओर ध्यान दे रहे हैं।इस हफ़्ते, Bitcoin की मूल्य 69,202 डॉलर (लगभग 57.4 लाख रुपये) के पार पहुंच गई है, जिससे यह ऑल-टाइम हाई पर पहुंच गई है। इसके साथ ही, पिछले 1 साल में Bitcoin की कीमत लगभग 3 गुना बढ़ गई है, जिसका विश्वास करना कठिन नहीं है।
ऐसे में, कई व्यक्ति इसकी उच्च कीमत को देखते हुए इसमें निवेश के बारे में सोच रहे हैं, लेकिन हम आपको इस आलेख में बताएंगे कि इसमें निवेश करने से क्यों बचना चाहिए।
Bitcoin: Analysis of a Virtual Currency
Bitcoin एक विशेष प्रकार की डिजिटल मुद्रा है। संभावना है कि यह 2009 में आरंभ हुई थी। इसके बाद, लोगों की दिक्कत से इसे धीरे-धीरे स्वीकार किया गया। अब यह मुद्रा विश्वभर में लोकप्रिय हो रही है और इसमें निवेश करने की रुचि बढ़ रही है। वर्तमान में, इसकी मूल्यवर्धन काफी उच्च हो गया है, इसलिए कई निवेशक इसमें निवेश करने के लिए प्रेरित हो रहे हैं।
Bitcoin की लेन-देन एक विशेष प्रकार के क्रिप्टोग्राफी से संभव होती है। इस कारण, इसे क्रिप्टोकरेंसी के रूप में भी जाना जाता है।Bitcoin के लेन-देन डिजिटल माध्यम के माध्यम से होते हैं। इसका अर्थ है कि यह शेयर बाजार में ट्रेडिंग से अत्यधिक विभिन्न है। आखिरकार, केंद्रीय बैंक ने इसे अनुमोदन या आधिकारिक रूप से स्वीकार नहीं किया है। इसलिए, इसका एक्सचेंज व्यक्तिगत रूप से किया जाता है।
जिस तरह शेयर बाजार में निवेश के लिए डीमैट अकाउंट की आवश्यकता होती है, ठीक उसी तरह बिटकॉइन में ट्रेड करने के लिए एक विशेष सॉफ्टवेयर की आवश्यकता होती है।
निवेश क्यों नहीं करना चाहिए: बिटकॉइन में निवेश के खतरे
भारत में Bitcoin को अभी तक नियंत्रित नहीं किया गया है। इससे यह स्पष्ट होता है कि इसे कोई आधिकारिक मान्यता नहीं मिली है। भारतीय रिजर्व बैंक और भारतीय सिक्योरिटीज़ एंड एक्सचेंज बोर्ड (SEBI) ने क्रिप्टोकरेंसी के लिए कोई नियम नहीं बनाए हैं। यहां तक कि इसको स्वीकृति भी नहीं मिली है।
Bitcoin के ट्रेडिंग में अधिक उतार-चढ़ाव देखने को मिलता है। अगर इसकी मूल्य तेजी से बढ़ती है, तो वह बहुत तेजी से भी गिर सकती है। Bitcoin के उतार-चढ़ाव को मापने वाला रिब्रिट डेवल इंडेक्स (Rebrit Devol Index) 76 फीसदी उछाल देखा गया है।
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने Bitcoin निवेशकों को चेतावनी दी है कि यदि उनके साथ Bitcoin के संबंध में धोखाधड़ी होती है, तो इसका जिम्मेदार वही होगा। RBI कोई सहायता प्रदान नहीं करेगा।क्रिप्टोकरेंसी की कोई निश्चित मूल्य नहीं होता। यदि कोई लोग क्रिप्टो से निकलने का निर्णय लेते हैं, तो इसकी मूल्य शून्य हो जाती है।क्रिप्टो में कई स्कैम हो चुके हैं। इन स्कैमों में फंसने के बाद, भारत सरकार सहायता नहीं करेगी। वर्तमान में, बहुत से देशों में क्रिप्टोकरेंसी को मान्यता नहीं मिली है।
क्या भारत में बिटकॉइन कानूनी है?
भारत में क्रिप्टोकरेंसी के लिए कोई केंद्रीय प्राधिकरण अभी तक निर्गत नहीं हुआ है। इसका अर्थ है कि इसके लिए कोई विधेयक या नियम तक नहीं बनाए गए हैं। यह स्पष्ट रूप से दिखाता है कि भारत में यह वैध करेंसी नहीं है। हालांकि, इसे भारत में अवैध नहीं माना जाता है, लेकिन इसके बारे में कोई निर्दिष्ट प्रतिबंध भी नहीं है।
यदि भारत में कोई निवेशक क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करता है, तो उसे अपने इनकम की कैलकुलेशन के लिए प्रॉफिट और लॉस की रिपोर्ट देना अत्यंत महत्वपूर्ण है।