बार-बार हमें याद दिलाया जाता है कि हमारा देश महिलाओं के लिए कितना असुरक्षित है, कोलकाता में एक मेडिकल छात्रा के खिलाफ एक और अपराध की सूचना मिली है। यह अपराध एक मेडिकल संस्थान के दायरे में हुआ, एक ऐसा स्थान जो सैकड़ों डॉक्टरों और अस्पताल के कर्मचारियों के कार्यस्थल के रूप में भी काम करता है और जहाँ हज़ारों लोग इलाज कराने आते हैं। यह अपराध न केवल एक अपराधी द्वारा किया गया घिनौना कृत्य है, बल्कि पूरे सिस्टम की एक बड़ी विफलता भी है। जबकि इस घटना से संबंधित कुछ निष्कर्ष सामने आए हैं, लेकिन सवाल बना हुआ है—वास्तव में दोषी कौन है? एक मेडिकल संस्थान के परिसर में ऐसी घटना को किसने होने दिया? आइए इन सवालों पर गहराई से विचार करें और चर्चा करें कि कौन जिम्मेदार है।