शनि ग्रह के कई गुण बृहस्पति ग्रह के कारण छिप जाते हैं. दोनों में कई समानताए भी हैं. फिर भी शनि ग्रह की कुछ बातें बहुत ही अनूठी है और वो अपने आप में हैरान करने वाली हैं जैसे आकार में बड़ा होने के बावजूद इसका घनत्व कम है और इसका मशहूर छल्ला धीरे धीरे खत्म हो रहा है.
सौरमंडल में शनि ग्रह अपने आप में कई लिहाज से अनूठा है, लेकिन इसके सारे अनोखे फैक्ट्स कम ही लोग जानते हैं. सौरमंडल का छठा ग्रह बृहस्पति ग्रह से प्रतिस्पर्धा करता दिखता है, बावजूद इसके यह छल्ले वाला ग्रह उससे बहुत ही अलग ग्रह है. गैसीय ग्रह होकर इसके भी खूब सारे चंद्रमा हैं इस ग्रह के सौरमंडल में सबसे ज्यादा 146 चंद्रमा हैं. इसकी भी खोज पृथ्वी से बिना टेलीस्कोप की मदद से हुई थी. तो आइए जानते है शनि ग्रह के अनोखे और कुछ हैरान करने वाले फैक्ट्स जिनके बारे में लोगो को कम ही पता है.
शनि ग्रह का सबसे चौंकाने वाला फैक्ट यही है कि अगर आप इसे पानी में डुबा पाएंगे तो यह नहीं डूबेगा और ऐसा यह सौरमंडल का एकमात्र ग्रह है. हैरानी की बात इसलिए ज्यादा है क्योंकि इसमें 760 पृथ्वी समा सकती हैं, यह पृथ्वी से 9 गुना चौड़ा और इसका भार पृथ्वी के बार से मात्र 95 गुना है. यह सौरमंडल का दूसरा सबसे बड़ा ग्रह है.
शनि ऐसा ग्रह है जो सूर्य की परिक्रमा लगाने के लिहाज से बहुत धीमा ग्रह है. वह सौरमंडल में सबसे धीमा ग्रह भी नहीं है. उसे सूर्य का चक्कर लगाने में 29.4 साल लगते हैं और सूर्य के मुकाबले उससे दूर नेप्च्यून उससे भी धीमा है. लेकिन वहीं दूसरी तरफ यह सबसे तेजी से घूमने वाले ग्रहों में दूसरा स्थान रखता है. इसका एक दिन केवल 10.7 घंटे का होता है
शनि सौरमंडल का एकमात्र ऐसा ग्रह है जिसकि रिंग सामान्य टेलीस्कोप से दिख जाती है. बताया जाता है कि ये रिंग चट्टानों और बर्फ से बनी हैं, लेकिन असल में ये क्षुद्रग्रहों, धूमकेतुओं और बौनों ग्रहों से मिल कर बना है. कम लोग जानते हैं कि यह वलय असल में धीरे धीरे खत्म होता जा रहा है. क्योंकि इसकी चट्टानों के टुकड़े हो कर वे शनि ग्रह में खिंच कर गिर जाते हैं.
आपको जानकर हैरानी होगी कि शनि ग्रह पर मौसम वैसे ही बदलते हैं जैसे पृथ्वी पर बदलते हैं. इसकी वजह ये है कि उसकी घूर्णन की धुरी 26.73 डिग्री झुकी है वहीं पृथ्वी की धुरी 23.5 डिग्री झुकी है. इसका साफ मतलब यही है जिस तरह से पृथ्वी पर साल में दो प्रमुख मौसम होते हैं, सर्दी और गर्मी वैसे ही मौसम शनि ग्रह पर भी होते हैं.
शनि पर चल नहीं सकते, शनि ग्रह पर अगर चलना चाहें तो यह संभव नहीं है क्योंकि बृहस्पति की तरह शनि भी गैसीय ग्रह है जिसमें हाइड्रोजन और हीलियम भरा पड़ा है. वहां ठोस सतह नहीं मिल पाएगी क्योंकि ठोस सतह मिलने से पहले ही आप वहां के दबाव से दब कर बिखर जाएंगे.
शनि ऐसा ग्रह जो कई लिहाज से बृहस्पति से मेल खाता है या प्रतिस्पर्धा करता दिखता है. लेकिन एक समय था जब यह तय करना मुश्किल था कि दोनों से सबसे ज्यादा चंद्रमा किसके अधिक हैं. काफी समय बाद हाल के कुछ दशकों में ही चंद्रमाओं की गिनती में शनि बृहस्पति से निर्णायक बढ़त ले पाया है. अभी उसके 146 चंद्रमा हैं जबकि बृहस्पति का 95 ग्रह हैं.