अक्सर यह सवाल उठता है कि वजन नापने का सही समय कौन सा है। आइए इसके बारे में विस्तार से जानते हैं।
बढ़ते वजन से आजकल बहुत से लोग परेशान हैं और इसे नियंत्रित करने के लिए विभिन्न उपाय अपनाते हैं। कई लोग वर्कआउट को प्राथमिकता देते हैं और व्यायाम के बाद अपना वजन मापते हैं। लेकिन, हर बार वजन मापने पर अलग-अलग परिणाम आते हैं। इसलिए, आज हम आपको बताएंगे कि किन समयों पर वजन मापने से बचना चाहिए।
1.व्यायाम के तुरंत बाद वजन मापने से बचें
अक्सर देखा गया है कि लोग व्यायाम के तुरंत बाद अपना वजन मापते हैं। लेकिन, ऐसा करने से बचना चाहिए। व्यायाम के दौरान शरीर से पसीना निकलता है, जिससे पानी की कमी हो जाती है। इस कारण से वजन मापने पर अस्थायी रूप से वजन कम दिखाई देता है। यह वास्तविक वसा घटने का संकेत नहीं होता, बल्कि सिर्फ पानी के वजन में कमी का परिणाम होता है। इसलिए, व्यायाम के तुरंत बाद वजन मापने से बचना चाहिए। इसके बजाय, व्यायाम के बाद कम से कम 30 मिनट इंतजार करें और फिर अपना वजन मापें।
2.चीट डे के बाद
अक्सर वर्कआउट के दौरान हम चीट डे मना लेते हैं, जिसमें हम सामान्य से अधिक कैलोरी का सेवन कर लेते हैं। हालांकि कभी-कभार ऐसा करना सामान्य है, लेकिन चीट डे के बाद अगले दिन वजन मापना उचित नहीं है। अतिरिक्त कैलोरी के कारण वजन अचानक बढ़ सकता है, जिससे वजन मापने पर सही परिणाम नहीं मिलते। यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि एक चीट डे आपकी पूरी मेहनत को बेकार नहीं कर सकता। अपने शरीर को समय दें ताकि वह पाचन कर सके और वापस नियमित स्थिति में आ सके, फिर उसके बाद ही वजन मापें।
3.बिस्तर पर जाने से पहले
कई लोगों को रात में सोने से पहले वजन मापने की आदत होती है, यह सोचकर कि उन्हें अपने वास्तविक वजन का पता चल जाएगा। लेकिन यह सही तरीका नहीं है। दिन भर में भोजन, पानी का सेवन, और शारीरिक गतिविधियों के कारण हमारे शरीर का वजन बदलता रहता है। इसलिए, रात को सोने से पहले वजन मापने से बचना चाहिए। सबसे अच्छा समय वजन मापने का सुबह उठने के बाद होता है, जब हमारा शरीर किसी भी बाहरी प्रभाव से मुक्त होता है।
4.तनाव के दौरान
तनाव का हमारे शरीर और सेहत पर गहरा असर पड़ता है। तनाव की स्थिति में हमारे शरीर में कोर्टिसोल नामक हार्मोन का स्राव होता है, जो भूख को बढ़ा सकता है और हमें अस्वास्थ्यकर भोजन की ओर आकर्षित कर सकता है, जिससे वजन बढ़ने की संभावना रहती है। तनाव के दौरान वजन मापने से निराशा हो सकती है और यह आपको गलत खानपान की ओर धकेल सकता है।